गुरुवार, 22 जुलाई 2010

रूलाना हर किसी को आता




रूलाना हर किसी को आता हसना किसी किसी को आता है रुलाके जो मना ले वो सच्चा यार है और जो रुला के खुद भी आसू बहा दे वो तुम्हारा प्यार है





शेर किस का है पता नहीं

6 टिप्‍पणियां:

कडुवासच ने कहा…

...बेहतरीन!!!

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

बहुत सुन्दर शेर....
__________
'पाखी की दुनिया' में आपका स्वागत है.

vandana gupta ने कहा…

vaah.........behad khoobsoorat sher.

Tafribaz ने कहा…

सब का धन्यवाद!

Udan Tashtari ने कहा…

बहुत सटीक

बेनामी ने कहा…

wah! kya baat hai.